विचार

शनिवार, 17 मई 2008

भोपाल की मीडिया में मची मारकाट

आजकल भोपाल मीडिया जगत में मारकाट मची हुई है.एक-दूसरे को पछाड़ने और पाठकों को आकर्षित करने के लिए सभी अखबार अपनी कीमत घटा रहे हैं.यह सुरूआत राज-एक्सप्रेस ने की जब उसने अपनी कीमत घटा कर एक रुपये पचास पैसा कर दिया.जल्द ही अन्य अखबारों ने भी अपनी कीमत घटाई।

सबसे बड़ी जंग तो नवदुनिया ने शुरू की ,जो नव मई से पहले भोपाल में राज्य की नई दुनिया नाम से प्रकाशित होता था.नया नाम और रूप धरने के चक्कर में इसने और कुछ किया हो ना किया हो,अपनी कीमत घटाकर मीडिया में कीमत युद्ध की शुरुआत कर दी ,जब इसने अपनी कीमत एक रूपया कर लिया.अब भोपाल का भाष्कर भी अपनी कीमत एक रुपया करने वाला है.सबसे आक्रामक मार्केटिंग रणनीति के तहत राजस्थान पत्रिका भोपाल से अपनी शुरुआत कुछ दिनों बाद करने वाला है जो प्रत्येक घर में अपने कर्मछारी भेज कर कटोरे भेंट कर रहा है.इसने अपनी कीमत तो एक रुपया रखी ही है,विज्ञापन भी खूब कर रहा है.सारा शहर पत्रिका और नव दुनिया के होर्डिंग अता पड़ा है।
इसे में उपभोक्ताओं और पत्रकारों की बल्ले बल्ले हो गई है.जिन्हें कम कीमत पर अखबार और अधिक तनख्वाह पर नौकरी मिल्रही है.

1 टिप्पणी:

shivam ने कहा…

is mahabharat ka fayada to aapko bhi milna hai bhavi patrakar ji.

http://www.grooghantaal.blogspot.com/