विचार

सोमवार, 20 जून 2016

गर्मी मौसम रहा दुखीराम के अमरैयाँ मे पेड़ के शाखा से बड़े-बड़े गुच्छा में आम लदे रहे. घर के सयान उनका देखई के खातिर बगीचा में भेजी देहें लेकिन जइसा दुखीराम आदत रही बगीचा में पड़ी खटिया पर पड़े-पड़े देश दुनिया के बारे में सोचई लगे.उनका दिमाग में समय-समय पर netaa logan dwaaraa जज साहेब लोगन पर जवान आरोप लगाई जाथ उही पर उनका मन लगा रहा