विचार

गुरुवार, 15 मई 2008

विकास यज्ञ

चाहुनोर विकास के लिए

सरकार ने कथा सुनी

पूंजीपतियों ने किया मंत्र प्रवाह

और armaan hamaare hawan बने

हम to shrotaa -दर्शक रहे हमको milaa prasaad

इस यज्ञ kaa dhunaa

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