चहुं ओर विकास के लिए
सरकार ने कथा सुनी
पूंजीपतियों ने किया मंत्र प्रवाह
और अरमान हमारे हवन बने
हम तो श्रो ता, द्
दर्शक रहे हमको मिला प्रसाद
दर्शक रहे हमको मिला प्रसाद
इस यज्ञ का धुंआ यहीं तक फैला
हम देख रहे अपनी ओर शांत आकाश
किसी ने बताया हवा के साथ
तुम्हारी ओर ही आएगा
होगी स्वर्ग कुसुमों की बरसात
बीते दिन पर दिन... अब तो आस भी छूटी
अब ऐसे ही फफक फफक कटेगी रात।।
हम देख रहे अपनी ओर शांत आकाश
किसी ने बताया हवा के साथ
तुम्हारी ओर ही आएगा
होगी स्वर्ग कुसुमों की बरसात
बीते दिन पर दिन... अब तो आस भी छूटी
अब ऐसे ही फफक फफक कटेगी रात।।
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